फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के लाइनपार क्षेत्र में गरीबी के कारण आए दिन होने वाले घरेलू विवाद में एक मां ने अपने तीन बच्चों संग कमरा बंद कर आग लगा ली. जब तक पड़ोसियों को हादसे का पता चला, तब तक महिला और उसके दो बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी. एक बच्चा अभी भी मौत से जूझ रहा है. पुलिस ने महिला के पति को हिरासत में ले लिया है.
पुलिस के मुताबिक, लाइनपार क्षेत्र के मोहल्ला रामनगर निवासी मजदूर पवन ओझा उर्फ बंटी अपनी पत्नी अनीता देवी (32) और तीन बच्चों बेटी रागिनी (8), बेटे अंशुल (6) और पांच वर्षीय साहिल के साथ रहता है. कहा जा रहा है कि परिवार की आर्थिक तंगी के कारण पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था. शुक्रवार रात को भी दोनों में काफी विवाद हुआ. शनिवार सुबह पवन अपने काम पर चला गया.उसके जाने के बाद अनीता ने सभी बच्चों को अपने पास बुलाकर कमरे की सभी दरवाजे और खिड़की बंद कर दी. फिर अपने साथ तीनों बच्चों पर केरोसिन डालकर आग लगा दी.
घर बंद होने से उनकी आवाज लोगों तक नहीं पहुंच सकी. दोपहर बाद भी घर का दरवाजा नहीं खुलने पर पड़ोसियों को शक हुआ. उन्होंने छत के रास्ते घर के अंदर जाकर देखा तो वहां की स्थिति देखकर सिहर उठे. अंदर अनीता, बेटे साहिल व बेटी रागिनी के शव पड़े हुए थे. वहीं बेटे अंशुल गंभीर रूप से झुलसा हुआ तड़प रहा था.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और अंशुल को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने पूछताछ के लिए पति को हिरासत में ले लिया है.